बीमा कंपनी जिन जोखिमों का सामना करती है वह पॉलिसीधारक के हितों को प्रभावित कर सकते हैं।
आईआरडीए ने सभी बीमा कंपनियों के लिए सार्वजनिक प्रकटीकरण आवश्यकताएँ स्थापित की हैं जो कि 31-03-2010 की समाप्ति की अवधि से प्रभावी होंगी।
बीमा कंपनियाँ अपने तुलनपत्र, लाभ हानि खाते, रेवेन्यु खाते तथा मुख्य विश्लेषणात्मक अनुपात प्रेस विज्ञापनों के माध्यम से एक अर्धवार्षिक आधार पर तथा अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करना आवश्यक है।